
राष्ट्रीय महासचिव सुरेंद्र नागर के राज्यसभा से इस्तीफा देने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव को बड़ा झटका लगा है। सुरेंद्र नागर के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की चर्चा है। माना जा रहा है कि अगले दो-तीन दिन में वे भाजपा में शामिल हो जाएंगे।
इससे न केवल सपा का गौतमबुद्ध नगर में अस्तित्व समाप्त होने के कगार पर पहुंच गया है, बल्कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सपा के लिए संकट गहरा सकता है।
रतलब है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट और गुर्जर मतदाताओं की बड़ी संख्या है। बताया जा रहा है कि उनके साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश और गौतमबुद्ध नगर के कई और सपा नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
सुरेंद्र नागर का गुर्जरों में काफी वजूद माना जाता है। इससे भाजपा को दिल्ली और हरियाणा में भी फायदा होगा। इन दोनों राज्यों में भी गुर्जर काफी संख्या में हैं।
सुरेंद्र नागर गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट से 2009 में सांसद चुने गए थे। 2014 में बसपा ने उनका टिकट काट दिया। इसके बाद उन्होंने सपा का दामन थाम लिया।